Tuesday, December 30, 2025
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महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका, प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक प्रज्ञा सातव BJP में होंगी शामिल


महाराष्ट्र के दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव सातव की पत्नी और विधायक डॉ. प्रज्ञा सातव के बीजेपी में शामिल होने जा रही हैं. प्रज्ञा सातव गुरुवार (18 दिसंबर) को आधिकारिक रूप से बीजेपी में प्रवेश करेंगी. पिछले कुछ दिनों से पार्टी के भीतर गुटबाजी से परेशान होकर उन्होंने यह निर्णय लिया है. ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में चल रही है. 

दिवंगत राजीव सातव के निधन के बाद कांग्रेस ने प्रज्ञा सातव को विधान परिषद में नामित किया था. राजीव सातव लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान 2021 में असमय निधन के कारण उनका राजनीतिक सफर अधूरा रह गया.

बीजेपी का कांग्रेस को बड़ा झटका? 

इस घटनाक्रम के चलते यह चर्चा तेज हो गई है कि बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका दिया है. हिंगोली की राजनीति में कभी बड़ा नाम रहे दिवंगत सांसद राजीव सातव का नाम सुनते ही विरोधियों की आवाज दब जाती थी. मधुर वाणी, मजबूत संगठन और कार्यकर्ताओं के साथ मजबूती से खड़े रहने वाले नेतृत्व के बल पर राजीव सातव ने हिंगोली को कांग्रेस का अभेद्य गढ़ बना दिया था. लेकिन कोविड महामारी ने उन्हें छीन लिया और उसके बाद पार्टी की स्थिति कमजोर होती चली गई.

प्रज्ञा सातव कौन हैं? 

डॉ. प्रज्ञा सातव दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव सातव की पत्नी हैं. राजीव सातव साल 2014 से 2019 तक हिंगोली लोकसभा क्षेत्र के सांसद रहे. गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले राजीव सातव का 2021 में बीमारी के कारण निधन हो गया था.

प्रज्ञा सातव महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष हैं. वर्तमान में विधान परिषद की सदस्य (एमएलसी) हैं. कांग्रेस नेता शरद रणपीसे के निधन से खाली हुई सीट पर वर्ष 2021 में वे निर्विरोध विधान परिषद सदस्य चुनी गई थीं. इसके बाद 2024 के चुनाव में वे कांग्रेस की ओर से दूसरी बार विधान परिषद में निर्वाचित हुईं. उनका कार्यकाल 2030 तक है. 

राहुल गांधी के सबसे भरोसेमंद सहयोगी रहे राजीव सातव

राजीव सातव राहुल गांधी के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में गिने जाते थे. 2014 की मोदी लहर में महाराष्ट्र से कांग्रेस के केवल दो सांसद चुने गए थे, जिनमें राजीव सातव भी शामिल थे. इसके चलते वे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आए. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई. 

उन्होंने पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, विधायक, लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद के रूप में काम किया. साथ ही उन्होंने युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, गुजरात के प्रभारी और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य जैसे अहम पद भी संभाले.

सतेज पाटील ने क्या कहा? 

प्रज्ञा सातव की नाराजगी की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और विधान परिषद सदस्य सतेज पाटील ने कहा, “कांग्रेस ने प्रज्ञा सातव को विधायक बनाया है. मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कोई कदम उठाएंगी. यह खबर निराधार है. पार्टी के रूप में हम उनके संपर्क में हैं. वे ऐसा कोई निर्णय लेंगी, ऐसा मुझे व्यक्तिगत रूप से नहीं लगता.”



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