Loan Guarantor Responsibilities: लाइफ में ऐसे मौके आते हैं, जब आपके फैमिली मेंबर, दोस्त या दूर के रिश्तेदार को बैंक से लोन लेने की जरूरत पड़ जाती है. बैंक लोन देने के एवज में गारंटर की मांग भी करता है. दोस्तों और रिश्तेदारों के कहने पर हम गारंटर बनने को तैयार भी हो जाते हैं. गारंटर बनने के बाद की जिम्मेदारियों की जानकारी बहुत से लोगों को नहीं होती है और बाद में वे फैसले को लेकर पछतावा करते है.
अगर भविष्य में कोई आपको बैंक लोन गारंटर बनने की बात कहता है तो, आपको इसकी सारी जानकारी होनी चाहिए. जिससे आपको किसी भी तरह की परेशानी ना हो. इसके साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि, एक बार बैंक गारंटर बनने के बाद आप अपना नाम हटवा सकते है या नहीं.
लोन गारंटर की क्या है जिम्मेदारी?
अगर कोई व्यक्ति किसी लोन में गारंटर बनता है, तो इसका मतलब है कि ,वह खुद उस लोन की पूरी जिम्मेदारी लेता है. यानी कि, अगर लोन लेने वाला व्यक्ति पैसे नहीं चुका पाता, तो बैंक सीधे गारंटर से पैसों की वसूली कर सकता है.
भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872 की धारा 128 के तहत गारंटर की जिम्मेदारी, लोन लेने वाले व्यक्ति के बराबर होती है. जिसका मतलब है कि, बैंक लोन ना चुकाने की स्थिति में गारंटर से बकाया राशि का भुगतान ले सकती है.
क्या गारंटर बनने के बाद नाम हटाना संभव है?
अगर आप किसी के लोन के गारंटर हैं और अब अपना नाम हटवाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ विशेष परिस्थितियों का होना जरूरी है. ऐसा तभी हो सकता है, जब लोन लेने वाला व्यक्ति खुद बैंक से आपका नाम हटवाने को कहे और आपकी जगह कोई नया गारंटर बनने को तैयार हो. इसके अलावा, कुछ मामलों में कानूनी सलाह लेकर कुछ खास केस के आधार पर आप अपना नाम गारंटर से हटवा सकते हैं.
किसी भी व्यक्ति के लोन गारंटर बनने से पहले आपको कई बार विचार करना चाहिए. अगर आपने लोन गारंटर बनने का फैसला ले लिया है तो, आपको व्यक्ति की वित्तीय हालात की जानकारी होनी चाहिए. इसके साथ ही आपको तभी किसी के गारंटर बनना चाहिए, जब आप उसके पूरे लोन की जिम्मेदारी लेने को तैयार हो.
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