बिहार चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है. पार्टी ने एक रिव्यू मीटिंग रखी थी, जिसमें दो प्रत्याशी आपस में ही भिड़ गए. इतना ही नहीं, कांग्रेस के और भी नेताओं में असंतोष की स्थिति बनी हुई है. इस बीच एक और अहम खबर सामने आई है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को शुक्रवार (28 नवंबर) एक रिपोर्ट सौंपी गई है, जिसमें बताया गया है कि महागठबंधन को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की वजह से कितना नुकसान हुआ है.
कांग्रेस की गुरुवार के बाद शुक्रवार (28 नवंबर) को भी एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में राहुल को एक खास रिपोर्ट सौंपी गई है. महागबंधन को बिहार चुनाव के दौरान सीमांचल में AIMIM की वजह से काफी नुकसान हुआ. रिपोर्ट में इसका जिक्र है, साथ ही यह भी कहा गया है कि ओवैसी के खिलाफ मोर्चा खोलना होगा और इसकी शुरुआत किशनगढ़ में बड़े कार्यक्रम से होगी.
राहुल को SIR और चुनाव आयोग को लेकर भी सौंपी गई खास रिपोर्ट
राहुल को सौंपी गई रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि संगठन में बड़ा फेरबदल करने की जरूरत है. इसकी शुरुआत राज्य स्तर से होगी. चुनाव आयोग का जिक्र करते हुए कहा गया है कि SIR पर पूरे प्रदेश में राज्य स्तर के नेता कार्यक्रम करेंगे. दिल्ली में 14 तारीख की होने वाली रैली को लेकर माहौल बनाएंगे.
बिहार में राजद से अलग होने के सुझाव पर क्या बोले राहुल गांधी
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल से अलग होने को लेकर भी राहुल को रिपोर्ट दी गई है. कांग्रेस ने बिहार चुनाव राजद के साथ लड़ा, लेकिन उसे भयंकर नुकसान हुआ. पार्टी को महज 6 सीटें ही मिलीं. राहुल ने राजद से अगल होने की बात पर मुस्करा कर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में अपर क्लास, ओबीसी और ईबीसी के साथ अलग-अलग बैठक की जाएगी. राहुल गांधी यह सिलसिला जल्द शुरू करेंगे.
बता दें कि बिहार चुनाव में महागठबंधन को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. आरजेडी को महज 25 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस ने 6 सीटें जीती थीं. महागठबंधन को ओवैसी की वजह से सीमांचल में काफी नुकसान हुआ था. ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटें जीती थीं.


