
फर्जी कॉल्स के खिलाफ बड़ा एक्शन
सरकार ने फर्जी और अनचाहे मार्केटिंग कॉल्स और मैसेज पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने पिछले दो महीने में 318 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। वहीं, फर्जी कॉल्स और मैसेज से जुड़ी शिकायतों में भारी कमी देखने को मिली है। दूरसंचार प्राधिकरण पिछले साल से ही फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगाना शुरू कर दिया था। इसके लिए नया डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया था।
फर्जी टेलीमार्केटर्स के खिलाफ बड़ा एक्शन
हालांकि, ट्राई ने बताया कि शुरुआत में इस सिस्टम को लागू करने में काफी दिक्कतें आई थी। DLT सिस्टम पर शुरुआत में लोग शिकायतें नहीं कर रहे थे, जिसकी वजह से स्कैमर्स पर एक्शन लेने में परेशानी होती थी। DLT सिस्टम के अलावा ट्राई के ऐप DND में भी फर्जी कॉल्स और मैसेज को रिपोर्ट करने का ऑप्शन मिलता है। शिकायत करने पर स्कैमर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। सितंबर में 3.12 लाख लोगों ने फर्जी कॉल्स और मैसेज की शिकायतें की थी। वहीं, अक्टूबर में यह संख्यां घटकर 2.16 रह गई।
लाखों मोबाइल नंबर हुए ब्लॉक
ट्राई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पिछले 1 साल में कंपनी ने फर्जी कॉल और मैसेज के लिए इस्तेमाल होने वाले करीब 21 लाख मोबाइल नंबर को ब्लॉक करने का काम किया गय। ट्राई ने अपने सब्स्क्राइबर्स की रिपोर्ट भी हाल ही में जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्यां तेजी से बढ़कर 1.1 अरब तक पहुंच गया है। इनमें से ज्यादातर यूजर्स स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं।
डू-नॉट-डिस्टर्ब यानी DND ऐप और संचार साथी ऐप के जरिए फर्जी कॉल्स और मैसेज को रिपोर्ट किया जा सकता है। DND ऐप को ट्राई ने तैयार किया है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है। वहीं, संचार साथी ऐप को दूरसंचार विभाग यानी DoT ने तैयार किया है। इन ऐप्स पर की गई शिकायतों के आधार पर अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर और फर्जी कॉल्स या मैसेज भेजने वाली कंपनियों और सिम कार्ड पर कार्रवाई की जाती है।
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