आज के समय में थॉयराइड की समस्या तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. गलत लाइफस्टाइल, असंतुलित खानपान और बढ़ता तनाव इसकी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है. थॉयराइड हार्मोन हमारे शरीर की ऊर्जा, वजन और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है, लेकिन जब इसमें गड़बड़ी होती है तो थकान, वजन बढ़ाना, मूड स्विंग्स और जोड़ों का दर्द जैसी कई दिक्कतें शुरू हो जाती है. ऐसे में अगर डाइट में जरा सी भी लापरवाही हो जाए तो स्थिति और बिगड़ सकती है. चलिए तो आज हम आपको बताते हैं कि थॉयराइड के मरीज को भूलकर भी कौन सी चीज नहीं खानी चाहिए और एक गलती परेशानी कैसे बढ़ा सकती है.
क्या है थॉयराइड और यह शरीर को कैसे करता है प्रभावित?
गर्दन में मौजूद थॉयराइड ग्रंथि शरीर में T3 और T4 हार्मोन बनाती है, जो मेटाबॉलिज्म और एनर्जी लेवल को कंट्रोल करते हैं. जब यह ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती तो दो तरह की समस्याएं सामने आती है. पहली हाइपोथाॅयरायडिज्म जिसमें हार्मोन कम बनते हैं और दूसरी हाइपरथाॅयरायडिज्म जिसमें हार्मोन जरूरत से ज्यादा बनने लगते हैं. दोनों ही कंडीशन में खानपान का सीधा असर सेहत पर पड़ता है.
थॉयराइड में कौन सी चीजें भूलकर भी नहीं खानी चाहिए?
रेड मीट से बनाएं दूरी
थॉयराइड के मरीजों को रेड मीट का सेवन नहीं करना चाहिए. इसमें मौजूद ज्यादा कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट से वजन तेजी से बढ़ सकता है. थॉयराइड में वजन पहले से ही बढ़ाने की समस्या रहती है, ऐसे में रेड मीट परेशानी को और बढ़ा सकता है.
जंक और फास्ट फूड भी है खतरनाक
तला-भूना, मसालेदार और जंक फूड थॉयराइड के मरीजों के लिए नुकसानदायक माने जाते हैं. इन चीजों से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है और हार्मोन असंतुलन की समस्या भी बढ़ सकती है.
ग्लूटेन वाली चीजों का भी करें सीमित सेवन
गेहूं, मैदा और ओट्स में पाया जाने वाला ग्लूटेन थॉयराइड के मरीजों में वजन बढ़ाने के साथ-साथ डायबिटीज और हाई बीपी का खतरा भी बढ़ा सकता है. इस तरह के खाने को पूरी तरह बंद करना मुश्किल हो सकता है. लेकिन इनका सेवन कम करने की सलाह दी जाती है.
ग्रीन टी, कैफीन और शराब से भी करें परहेज
थॉयराइड के मरीजों को ग्रीन टी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. इसमें मौजूद तत्व थॉयराइड पर असर डाल सकते हैं. वहीं कैफीन और अल्कोहल थॉयराइड ग्रंथि के काम को प्रभावित करते हैं और दवाओं के असर को भी कमजोर कर सकते हैं.
मूली, गोभी और सोयाबीन से भी सावधानी
थॉयराइड के मरीजों को मूली, पत्ता गोभी और फूलगोभी जैसी सब्जियों से परहेज करने की सलाह दी जाती है. इनमें मौजूद तत्व थायराइड को असंतुलित कर सकते हैं. वहीं सोयाबीन और सोया प्रोडक्ट थायराइड हार्मोन बनाने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए इन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए.
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