थाईलैंड-कंबोडिया के बीच पिछले 20 दिनों से चल रहा युद्ध अब समाप्त हो गया है. तीन सप्ताह तक चली इस घातक लड़ाई के बाद अब दोनों देश सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं. दोनों देशों के बीच चले युद्ध में कम से कम 86 लोगों की जानें गई हैं. इस वॉर में 6,50,000 से अधिक नागरिक विस्थापित हुए हैं. दोनों देशों ने सीमा पर एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए है. संघर्ष विराम आज शनिवार (27 दिसंबर, 2025) को दोपहर 12:00 बजे स्थानीय समय से प्रभावी हो गया है.
क्या है समझौते की प्रमुख शर्तें ?
समझौते की प्रमुख शर्तों में दोनों पक्षों को सभी प्रकार के हथियारों का उपयोग बंद करना होगा. इस समझौते में नागरिकों, नागरिक वस्तुओं और बुनियादी ढांचे पर हमले बंद करना भी शामिल है. इसके अलावा सभी क्षेत्रों में किसी भी पक्ष के सैन्य लक्ष्यों पर हमले बंद करना भी शामिल हैं. समझौते की शर्तों के मुताबिक कोई भी सैन्य आंदोलन या गश्ती दल दूसरे पक्ष की स्थिति की ओर नहीं बढ़ेगा.
18 कंबोडियन सैनिकों को वापस भेजेगा थाईलैंड
समझौते के मुताबिक पूरी 508-मील की सीमा पर कोई भी अतिरिक्त सैन्य बल नहीं भेजा जाएगा. इसके अलावा कोई भी उत्तेजक कार्रवाई नहीं की जाएगी, जिसमें दूसरे पक्ष के हवाई क्षेत्र या क्षेत्र में प्रवेश करना भी शामिल है. दोनों पक्षों ने तनाव कम करने के लिए झूठी जानकारी या फेक न्यूज फैलाने से बचने पर सहमति व्यक्त की है. संघर्ष के दौरान पकड़े गए 18 कंबोडियन सैनिकों को संघर्ष विराम के 72 घंटे तक प्रभावी रहने के बाद वापस कर दिया जाएगा.
समझौते पर किस-किसने किए हस्ताक्षर
ASEAN पर्यवेक्षक दल अनुपालन की जांच करेगा. साथ ही बता दें कि दस्तावेज पर कंबोडिया के उप प्रधान मंत्री जनरल टी सेइहा और थाईलैंड के रक्षा मंत्री जनरल नट्थापोन नार्कफानित ने सुबह 10:45 बजे हस्ताक्षर किए हैं.
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