Nia.one Startup: बढ़ती टेक्नोलॉजी और मिनटों में सामान पहुंचाने वाली कंपनियों के ऐप का इस्तेमाल भारत में बहुत तेजी से फैल रहा हैं. आज इस क्षेत्र में बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना हाथ आजमा रही हैं. सब्जी- दूध, खाने की वस्तुओं से लेकर दवाईयां सब कुछ मिनटों में लोगों तक पहुंच रही हैं. कंपनियों के ग्रोथ के साथ-साथ इनमें काम करने वाले गिग वर्कर्स (Gig Workers) की संख्या भी बढ़ती जा रही है.
गिग वर्कर्स की होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए बेंगलुरु बेस्ट स्टार्टअप Nia.one काम कर रही है. हाल ही में कंपनी को Elevar Equity से 2.4 मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग मिली है. जी बिजनेस में छपे एक रिपोर्ट के अनुसार, आइए जानते है यह स्टार्टअप किस तरह से लोगों की जिंदगी बदल रहा है.
Nia.one कंपनी क्या करती है?
Nia.one की शुरुआत सचिन छाबड़ा और लेफ्टिनेंट कर्नल पुष्कर राज ने 2024 में की थी. कंपनी फुल-स्टैक, फिजिटल प्लेटफॉर्म है. Nia.one का लक्ष्य है गिग वर्कर्स को नौकरी, रहने की जगह, भोजन, मोबिलिटी और अन्य सुविधाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करवाना. Nia.one मुख्य रुप से गिग वर्कर्स के लिए सुरक्षित और सस्ती रहने की जगह, ब्रोकरो से आजादी और एक स्थायी नेटवर्क बनाना चाहती है.
कंपनी को 2.4 मिलियन डॉलर की मिली फंडिंग
कंपनी को हाल ही में Elevar Equity से 2.4 मिलियन डॉलर की सीड फंडिंग मिली है. जिसका इस्तेमाल कंपनी अपने विस्तार के लिए करने वाली है. इसके तहत एनसीआर, बेंगलुरु और पुणे में नियाडेल केंद्रों का विस्तार किया जाएगा. नौकरी, आवास और जरूरी सेवाओं को गिग वर्कर्स तक पहुंच के लिए इन पैसों का इस्तेमाल करने की योजना है.
क्या है Niadel हब?
Niadel हब एक फिजिकल हब हैं, जहां गिग वर्कर्स की सारी जरूरतों को एक ही जगह पर पूरा किया जाता है. इन हब में गिग वर्कर्स को नौकरी की जानकारी (1 किलोमीटर के अंदर), रहने की अच्छी और सस्ती जगह, हेल्दी खाना और बेसिक सुविधाओं से संबंधित जानकारी दी जाती है.
कंपनी का दावा है कि, उनके इस प्रयास से लोगों की आमदनी बढ़ती है और उन्हें बार-बार नौकरी बदलने की समस्या से निजात मिलता हैं.
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