
ब्रेन ट्यूमर में अक्सर सिरदर्द होता रहता है. कई बार यह दर्द लगातार कायम रहता है और धीरे-धीरे मरीज की हालत गंभीर हो जाती है. ब्रेन ट्यूमर की वजह से होने वाला सिरदर्द कॉमन सिरदर्द से अलग होता है. ब्रेन ट्यूमर में सुबह के वक्त तेज सिरदर्द होता है, जिससे नींद खराब हो जाती है. इस तरह के सिरदर्द में बेचैनी, दिमाग में हद से ज्यादा दबाव महसूस होता है. कई बार यह सिरदर्द धड़कन वाले अंदाज में महसूस होता है.

जब मरीज खांसता, झुकता या कोई काम करता है तो ब्रेन ट्यूमर की वजह से सिर में तेज दर्द होने लगता है. इस दौरान एस्पिरिन या आइबुप्रोफेन जैसी दवाओं को बार-बार खाने से भी फायदा नहीं मिलता है. अगर आप ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे हैं तो अक्सर उल्टी महसूस होती है. दरअसल, ब्रेन में ट्यूमर बढ़ने पर ब्रेन के सेंसेटिव टिशूज पर प्रेशर पड़ता है या कई बार स्कल में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से तेज दर्द होता है.

जब ट्यूमर देखने और सुनने के नर्व सेंटर्स के पास होता है तो इससे देखने और सुनने की क्षमता पर भी असर पड़ता है. ऐसे में चीजें धुंधली, ब्लर या डबल दिखाई पड़ सकती हैं. इस कंडीशन से जूझ रहे लोगों को सुनने में भी दिक्कत हो सकती है. दरअसल, ट्यूमर से देखने और सुनने के नर्व सेंटर्स पर प्रेशर पड़ता है, जिसकी वजह से ऐसी दिक्कतें होती हैं.

अगर किसी को अचानक कमजोरी, हाथ-पैरों और चेहरे पर सुन्नपन महसूस होता है तो ये भी ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो सकते हैं. अगर लोगों को टहलने में भी दिक्कत हो रही है और चलते वक्त वे बार-बार लड़खड़ा जाते हैं तो उन्हें डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. ब्रेन ट्यूमर होने पर कपड़ों के बटन लगाने से लेकर लिखने जैसे छोटे-छोटे काम करने में भी काफी परेशानी होती है. दरअसल, ब्रेन ट्यूमर की वजह से मसल मूवमेंट और बैलेंस को कंट्रोल करने वाले एरिया पर भी असर पड़ता है.

ब्रेन ट्यूमर होने पर दिमाग में अनियंत्रित इलेक्ट्रिकल रुकावटें आती हैं, जिसकी वजह से अचानक दौरे पड़ते हैं. अगर किसी शख्स को अचानक दौरा पड़ा है तो उसे ब्रेन ट्यूमर हो सकता है. इस तरह के दौरे पड़ने पर मसल्स में ऐंठन, शरीर में झटके या घूरने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. इस तरह के दौरे से शरीर का कोई खास हिस्सा प्रभावित हो सकता है तो कई मामलों में पूरे शरीर पर असर नजर आ सकता है.

ब्रेन ट्यूमर होने पर याददाश्त पर भी असर पड़ता है. इसकी वजह से लोग छोटी-छोटी बातें भूलने लगते हैं. मरीज में चिड़चिड़ापन से लेकर डिप्रेशन जैसे लक्षण भी नजर आते हैं. कई मामलों में मरीज को बोलने में भी दिक्कत होने लगती है. अगर आपको भी ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
Published at : 18 Jul 2025 12:10 PM (IST)