CEO Shares Sale Proceeds With Employees: जब किसी कंपनी की बड़ी डील होती है, तो अक्सर देखा जाता है कि मुनाफा प्रमोटर्स और निवेशकों तक ही सीमित रहता है. लेकिन अमेरिका के लुइसियाना से मिली इस खबर ने नौकरी कर रहे लोगों के चेहरे पर मुस्कान खींच दी हैं. लुइसियाना स्थित फैमिली बिजनेस फाइबरबॉन्ड के सीईओ ग्राहम वॉकर ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया.
कंपनी बेचने के बाद ग्राहम को जो रकम मिलने वाली थी, उन्होंने उसका 15 प्रतिशत अपने 540 फुल टाइम कर्मचारियों के साथ साझा करने का फैसला किया हैं. जो करीब 240 मिलियन अमेरिकी डॉलर हैं, भारतीय रुपयों में यह करीब 21 अरब 55 करोड़ रुपये होते हैं…
डील और बोनस की राशि
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, फाइबरबॉन्ड को अमेरिकी दिग्गज कंपनी Eaton ने खरीदा है. इस डील के दौरान ग्राहम ने शर्त रखी थी कि, कर्मचारियों को सेल प्रोसीड्स का हिस्सेदार बनाया जाएगा. सबसे खास बात तो यह है कि, इस डील में सभी कर्मचारियों को हिस्सेदार बनाया गया. उन्हें भी जिनके पास कंपनी की कोई हिस्सेदारी नहीं थी. बोनस राशि की पेमेंट जून 2025 से शुरू हो गई है.
बोनस की राशि के तौर पर औसतन हर कर्मचारी को करीब 4 लाख 43 हजार डॉलर (भारतीय रुपयों में लगभग 3.7 करोड़ रुपये) मिलेंगे. हालांकि, यह रकम एक साथ नहीं दी जाएगी. इसे 5 सालों में देने की तैयारी है. साथ ही कंपनी में बने रहने की शर्त भी है.
सीईओ का बयान
कंपनी के सीईओ ग्राहम वॉकर ने कहा कि, लॉयल्टी का यह फैसला कर्मचारियों के सम्मान में लिया गया है. जिन्होंने मुश्किल समय में कंपनी का साथ निभाया है. कई कर्मचारियों को तो पहले इस बात पर भरोसा ही नहीं हो रहा था.
हालांकि, ग्राहम के इस फैसले की चर्चा हर जगह हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग इसे क्रिसमस की सबसे पॉजिटिव खबरों में एक बता रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Year Ender 2025: टैक्सपेयर्स के लिए 2025 में क्या-क्या बदला? टैक्स स्लैब से लेकर ITR और कैपिटल गेन तक ये हुए बदलाव


